Rajasthan: राजस्थान में इस समय वार प्रत्यावार चल रहा है। विरोधी दल एक दूसरे पर वार कर रही है। और ने केवल पार्टियां अपितु वो सभी प्रत्यासी जिनके साथ उनकी पार्टी ने उनको टिकट न देकर वेवफाई की। इन सबके बीच आज कल पूर्व महापौर रामेश्वर दाधीच भी जमकर निशाना साध रहे हैं।
रामेश्वर दाधीच का बड़ा बयान: रामेश्वर दाधीच को लोग अशोक गहलोत का हमशक्ल कहते हैं। रामेश्वर दाधीच अशोक गहलोत के करीबी माने जाते थे। किंतु कांग्रेस में उनको टिकट न मिलने पर वो पार्टी से नाराज होकर पार्टी को छोड़ दिए। रामेश्वर जी ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि “मैंने कांग्रेस में अपना संपूर्ण जीवन लगा दिया, खून से सींचकर कांग्रेस को यहां लेके आया किंतु कांग्रेस ने मेरे पीठ पर छुरा घोप दिया।”
रामेश्वर ने नामांकन पत्र से नहीं लिया अपना नाम वापस: रामेश्वर दाधीच ने सुरसागर विधान सभा सीट से अपना नामांकन पत्र दाखिल किया है। ऐसी खबरे थे की अशोक गहलोत ने रामेश्वर से सिफारिस की थी की वो अपना नमांकन पत्र वापस लेले। किंतु रामेश्वर दाधीच ने नमांकन पत्र को वापस नहीं लिया है और सूरसागर विधानसभा सीट से चुनाव लडने का निर्णय लिया है।
रामेश्वर ने ये भी कहा की सोशल मीडिया पर ऐसा भ्रम फैला जा रहा है की मैने बीजेपी ज्वाइन कर लिया है किंतु मैं आप सबसे कहना चाहता हु की मैं निर्दलीय रूप से चुनाव में उतरा हूं। ना मैं कांग्रेस में हूं और न ही भाजपा में। जिस प्रकार छत्तीसगढ़ की जनता ने मुझपर अपना प्रेम दिखाया है ठीक वैसे जनता मुझपार सूरसागर विधानसभा से दिखाई और मुझे विजई बनाने में सहयोग देगी।
जनता पर पूर्ण विश्वास है: रामेश्वर दाधीच ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा की कांग्रेस ने मेरे पीठ पर छुरा घोंपा हैं किंतु मुझे सूरसागर के जनता पर पूर्ण भरोसा हैं। उन्होंने कहा की सूरसागर सीट पर मेरी ही जीत होगी इस धोखे के बाद मैं दावे के साथ कह सकता हूं की यह जीत ऐतिहासिक होगी।