Rajasthan Election: क्या पोखरण में राजनीति  के टेस्ट में भाजपा प्रत्यासी महंत प्रतापुरी महाराज होंगे पास।

Pokaran, Rajasthan: राजस्थान में विधान सभा चुनाव का परिणाम दो दिन बाद घोषित होने वाला है। चुनाव परिणाम को लेकर कभी अंदाजे लगाए जा रहे हैं। कांग्रेस और भाजपा दोनों ही अपने अपने जीत का बिगुल बजा रहे हैं परंतु जीत उसी की होगी जो ज्यादा सीटों पर कब्जा करने ने सफल होगा।

राजस्थान में कुल 200 विधान सभा सीट है जिसमे 199 सीटो पर चुनाव हुए है। आज हम आपसे राजस्थान पोकरण विधानसभा सीट के विषय पर चर्चा करेंगे। 

क्या पोकरण में कांग्रेस उमीदवार सालेह मोहम्मद फिर से जीत पाएंगे जनता का भरोसा: पोखरण राजस्थान के जैसलमेर जिले के अंतर्गत आता है। इसे हम मारवाड़ क्षेत्र भी कहते है। जी हां ये वही पोखरण है जहा पर अटल बिहारी बाजपेई जी के सरकार के नेतृत्व में परमाणु टेस्ट किया गया था। यदि हम वर्ष 2023 विधानसभा चुनाव की बात करे तो पोखरण सीट से कांग्रेस प्रत्याशी सालेह मोहम्मद फिर से मैदान में उतारे गए हैं और वही भाजपा ने महंत प्रतापुरी महाराज को मौका दिया है।

सालेह मोहम्मद की राजनीतिक इतिहास करे तो पिछले 26 वर्षो से वो राजनीति में है। और पोखरण विधानसभा सीट से दो बार विधायक के लिए चुने गए है। 

सालेह मोहम्मद और महंत प्रतापुरी महाराज के बीच कांटे की टक्कर: सालेह मोहम्मद वर्ष 2018 के चुनाव में बीजेपी प्रत्यासी प्रतापपुरी को हराकर चुनाव मैदान में बाजी मारा था। पर आज ये बड़ा सवाल है की क्या सालेह मोहम्मद महंत प्रतापुरी को हरा कर फिर से जीत का परचम लहरा पाएंगे। सालेह मोहम्मद न केवल वर्ष 2018 अपितु 2008 में भी बाजी मारा था।

सालेह मोहम्मद पोखरण को काफी करीब से जानते है इसलिए वहा की जनता की जरूरतों को समझते है लेकिन क्या वहा की जनता आलेख मोहम्मद को भी समझती है ये तो चुनाव परिणाम से ही पता चलेगा।


पोखरण सीट पर टक्कर न केवल राजनैतिक अपितु धार्मिक भी है: कांग्रेस प्रत्यासी सालेह मोहम्मद का धर्म मुसलमान है और वही भाजपा प्रत्यासी महंत प्रतापुरी का धर्म हिंदू है। हिंदू और मुस्लिम का आपस में चाहे जितना प्रेम भाव हो किंतु राजनीति में इसका प्रभाव बहुत अधिक मात्रा में देखने को मिलता है। भाजपा का किसी भी मुस्लिम समुदाय को टिकट न देना साफ जाहिर करता है की भाजपा मुस्लिम समुदाय से कोई उम्मीद नहीं रखता।

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