Rajasthan, Sardarpur: राजस्थान में 25 नवंबर को विधान सभा चुनाव हुआ। मतदान होने के पश्चात अब परिणाम के लिए उत्सुकता बढ़ती जा रही है। चुनाव मैदान में कई ऐसे दावेदार है जो पिछले कई सालों से अपने विधानसभा क्षेत्र से विजई रहे हैं। लेकिन क्या इस वर्ष भी वो विजय प्राप्त करेंगे। जब भी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत या कांग्रेस की पुनः जीत कि बात होती है तो मेरा ध्यान सरदारपुर सीट की तरफ चला जाता है।
क्या महेंद्र सिंह राठौड़ दे पाएंगे टक्कर अशोक गहलोत को: यदि हम राजस्थान के सदारपुर विधानसभा सीट की बात करे तो यहां कांग्रेस की तरफ से अशोक गहलोत खड़े है और इन्हे टक्कर देने के लिए भाजपा ने महेंद्र सिंह राठौड़ को उतारा है। अशोक गहलोत सरदारपुर सीट से निरंतर पांच बार विजय हासिल किया है।
यदि हम गहलोत जी की बात करे तो जब से ये चुनाव मैदान में आए है तब से इन्होंने सरदारपुर सीट से ही चुनाव लडा है और हर बार इन्हे जीत हासिल हुई है। लेकिन सवाल ये है की क्या इस बार भी इन्हे सरदारपुर सीट से जीत हासिल होगी?
भाजपा ने सोच समझ कर महेंद्र सिंह राठौड़ को दिया है मौका: इस बात से तो हम सभी भलीभांति परिचित हैं कि चुनाव के मैदान में जाति के हिसाब से ही मतदान किया जाता है। बात यू है की सरदारपुर सीट में माली जाति की संख्या हमीदा से अधिक रही है और भाजपा यही सोच के हर बार ऐसे ही उमीदवार को अशोक गहलोत के सामने खड़ा करती थी।
किंतु इस बार भाजपा ने महसूस किया कि राजपूत ही है जो समर्थन दिला सकते है इसलिए इस बार एक राजपूत उमीदवार जिनका नाम महेंद्र सिंह राठौड़ है उन्हे अशोक गहलोत के खिलाफ खड़ा किया है। वर्ष 2018 में भाजपा ने शंभू सिंह खेतासर को मैदान में उतारा था किंतु सरदारपुर में उनका जादू नहीं चला।
आखिर क्या वजह है अशोक गहलोत के लगातार 5 बार विधानसभा सीट पर विजई होना का: किसी भी क्षेत्र से 5 बार जीत प्राप्त करना अपने आप में एक उपलब्धि ही है। लेकिन यह उपलब्धि प्राप्त करने की वजह क्या है इसे भी गौर करना आवश्यक है। जब गहलोत पहली बार 1998 में मुख्यमंत्री बनाने तब वो विधायक नही थे। 1999 में उन्हें सरदापुर सीट से विधान सभा चुनाव में लड़ने को मौका मिला तब से गहलोत यहां पर विजय रहे है।
गहलोत जब से इस क्षेत्र के विधायक हुए थे तब से निरंतर सरदारपुर के विकास हेतु कई कार्य किए। किसी भी क्षेत्र में विजय होने के लिए आवश्यक होता है जनता के प्रति आपका विश्वास और वो विश्वास गहलोत ने सरदारपुर सीट पर प्राप्त कर ली है। इसलिए वहा की जनता गहलोत के समर्थन में हमेशा से रही है।