Rajasthan: राजस्थान विधानसभा में कुछ ही दिन शेष है। कांग्रेस से लेकर बीजेपी सभी पार्टियां जोरो शोरो से प्रचार प्रसार कर रही है। राहुल गांधी भी आखिरकार राजस्थान में गुरुवार को राजस्थान में जनसभा एवम रैली की तथा राहुल गांधी राजस्थान में चुनाव प्रसार में सचिन पायलट और अशोक गहलोत को एक साथ गले लगाकर कहा कि “हम सब एक है”। इस बात का समर्थन अशोक गहलोत और सचिन पायलट ने भी मुस्कुरा कर किया।
राहुल गांधी ने खेला एकता का दांव: यह बात जगजाहिर है कि अशोक गहलोत और सचिन पायलट में सीएम कुर्सी के कई मनमुटाव है। शायद इसलिए राहुल गांधी ने राजस्थान में एयरपोर्ट से बाहर आते ही सर्वप्रथम इन दोनो के बीच एकता लाई और जनता को संबोधित करते हुए कहा की हम एक है।
हमारा लक्ष्य कांग्रेस को वापस राजस्थान में लाना है और हमे पूर्ण भरोसा है कि इस बार भी कांग्रेस ही राजस्थान में अपना सरकार बनाएगी। जाहिर है सचिन पायलट के कारण कांग्रेस के 40 सीटों पर सीधा असर पड़ता है। गुर्जर समाज के लोग सचिन पायलट से अधिक मात्रा में जुड़े है।
ऐसे में राहुल गांधी किसी भी सूरत में सचिन पायलट का भरोसा नहीं खोना चाहते शायद इसलिए उन्होंने राजस्थान में आते ही सबसे सचिन पायलट को समझाया। फिलहाल राजस्थान में कांग्रेस की तरफ से मुखमंत्री पद के लिए किसे चुना जायेगा इसके विषय में किसी को जानकारी नहीं। किंतु कुछ सियासी जानकारी कहना है की अशोक गहलोत को ही पुनः मुखमंत्री के लिए चुना जा सकता है।
राहुल गांधी बीजेपी की तरह चुनाव मैदान में कर रही है दांव पेंच: कांग्रेस भलीभांति जानते है की यदि अशोक गहलोत और सचिन पायलट को साथ नहीं लाया जायेगा तो बहुमत खोना पड़ सकता है ऐसे में राहुल गांधी ने हम साथ साथ है का नारा दे के जनता के दिल में विश्वास कायम करने की कोशिश की है। कुछ राजनीतिक विशेषज्ञ कहना है की राहुल गांधी बिलकुल बीजेपी की तरह ही चुनाव मैदान में दांव चल रहा है।