Rajasthan: कांग्रेस ने उम्मीदवारों की पांच सूची जारी कर चुका है। अशोक गहलोत ने कांग्रेस के हेड से अपने कई सारे सपोर्टर को टिकट देने की बात कही। अशोक गहलोत ने बयान दिया था कि जो सरकार की बहुमत हासिल करने में साथ दिए है उन्हे टिकट अवश्य देना चाहिए न कि उन्हें जिन्होंने सरकार गिराने की कोशिश कर रहे थे।
अशोक गहलोत के मुख्य लोगो को नहीं दिया गया टिकट: कांग्रेस के आलाकमान ने अशोक गहलोत के दो खास आदमियों को तथा एक अन्य नेता को टिकट नहीं दिया। जिनमे शांति धारीवाल, महेश जोशी और धर्मेंद्र राठौड़ का नाम शामिल है। ये सभी नेता अशोक गहलोत के करीबी जाने जाते है।
कांग्रेस के आलाकमान न केवल अशोक गहलोत के करीबियों को टिकट नहीं दिया अपितु सचिन पायलट के करीबी खिलाड़ी लाल बैरवा जैसे नेता को भी टिकट नहीं दिया है।
टिकट कटने पर मंत्री हुए काफी खफा: कांग्रेस के नेता टिकट कटने पर बहुत नाराज हुए थे। खिलाड़ी लाल बैरवा ने कांग्रेस पर कई आरोप भी लगाए थे। दरअसल कई नेता इतना रुष्ठ हो गए की उन्होंने पार्टी छोड़ दूसरे पार्टी का हाथ थाम लिया।
अशोक गहलोत कर रहे है अपने समर्थकों को टिकट दिलाने की कोशिश: सूत्रों के अनुसार अशोक गहलोत ने आलाकमान को दरख्वास्त किया था कि शांति धारीवाल, महेश जोशी और धर्मेंद्र राठौड़ को टिकट दे दिया जाए किंतु राहुल गांधी ने साफ मना कर दिया। जब दाल न गली तो अशोक गहलोत ने आर.आर तिवारी का नाम सुझाव किया।
क्या वजह है अशोक गहलोत के करीबियों के टिकट न देने की: खबर है की पिछले वर्ष जब कांग्रेस ने राजस्थान विधानसभा चुनाव हेतु मीटिंग रखी थी। परंतु उस मीटिंग में शांति धारीवाल, महेश जोशी और धर्मेंद्र राठौड़ ने विधायको को जाने से रोक लिया था तथा उन्हें सीपी जोशी के आवास पर ले जाकर इस्तीफा पत्र पर हस्ताक्षर कराया लिया जिससे विधायक दल की मीटिंग न हो सकी। इसी बात से नाराज होकर आलाकमान ने इनके टिकट काट लिए।