Rajasthan: राजस्थान में सियासी घमासान चल रहा है। ज्यों ज्यों चुनाव की तारीख नजदीक आ रही है सभी पार्टियां और ही मजबूती से चुनाव प्रचार में जुट जा रही है। अभी हाल ही में कांग्रेस के 7 गारंटी के पोस्टर जारी किए गए। इस पोस्टर में अशोक गहलोत के साथ सचिन पायलट की भी तस्वीर नजर आई। पोस्टर के विषय में राजनीतिक कई प्रकार के सियासी मायने निकाल रहे है। गौरतलब है यह तस्वीर चुनाव के ठीक पहले ही जारी किए गए।
कांग्रेस 7 गारंटी पोस्टर का किस्सा: चुनाव से ठीक 10 दिन पहले अशोक गहलोत और सचिन पायलट को एक साथ एक पोस्टर में आना लोगो को एक राजनीति मंथन लग रहा है। इस बात से सभी भलीभांति परिचित होंगे कि वर्ष 2018 में राजस्थान में जब कांग्रेस की जीत हुई और अशोक गहलोत को बतौर मुख्यमंत्री चूना गया तो सचिन पायलट ने विरोध जताया था।
इतना ही नही सचिन पायलट ने कैबिनेट बैठक में भी भाग नहीं लिया था। परंतु चुनाव के ठीक पहले सचिन पायलट और अशोक गहलोत को एक साथ लाकर कांग्रेस ने अपना दांव खेला है।
सचिन पायलट और अशोक गहलोत में थे अनबन: सचिन पायलट ने कई दफा अशोक गहलोत के खिलाफ विरोध किया है। सचिन पायलट ने जब राजस्थान में पेपर लीक हुआ था तो राजस्थान के सरकार पर जमकर धाबा बोला था। इतना ही नहीं पायलट चुनाव प्रचार भी अशोक गहलोत के क्षेत्र में नही किया अर्थात जहा जहा अशोक गहलोत मौजूद थे वहा सचिन पायलट नही मौजूद थे।
किंतु सचिन पायलट कांग्रेस के 7 गारंटी का प्रचार प्रसार बहुत ही जोरो शोरो से किया। सचिन पायलट ने एक बार बयान भी दिया था की अभी मेरी शर्तो को नहीं माना गया है अर्थात यूवाओ के विषय में अभज नही सोचा जा रहा है।
कांग्रेस समर्थक में 25% है सचिन पायलट के समर्थक: सचिन पायलट का सीधा असर 40 सीटों पर है। इसलिए कांग्रेस किसी भी हाल में पायलट को नाराज नहीं करना चाहती। सचिन पायलट युवाओं को ज्यादा आकर्षित करते है यह बात कांग्रेस जानती है इसलिए इसका लाभ प्रचार प्रसार में ले रही है। इतना ही नहीं पायलट के समर्थक पायलट के लिए हमेशा तत्पर है और शायद इसलिए पायलट अपने 19 विधायको को टिकट दिलाने में समर्थ रहे।